बैठक में इंटेलिजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, ई-चालान, हेलमेट चालान, सिग्नल स्टेटस, कैमरा लोकेशन, सर्विलेंस लोकेशन, इमरजेंसी कॉल लोकेशन, मैसेज सिस्टम, प्रवेश-निकासी प्वाईंट आदि पर विस्तार से चर्चा कर जानकारी ली गई। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने यातायात प्रभारी से कहा कि शहर में किन-किन स्थानों पर स्पीड ब्रेकर लगाये जाना है, स्थल चयन कर जानकारी दें। उन्होने कहा कि ई-चालान के अनपेड प्रकरणों को न्यायालय में प्रस्तुत करने की कार्यवाही की जाए। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने शहर के प्रवेश स्थलो पर स्पीड लिमिट का बोर्ड लगाने, वाहनों में जीपीएस लगाने के साथ ही शहर के प्रवेश द्वार एवं महत्वपूर्ण स्थलों की दूरी सहित दिशा सूचक सहित बोर्ड लगवाए जाने की बात कही। इससे बाहर से आने वाले यात्रियों को बार-बार पूंछतांछ करने की आवश्यकता नही होगी। उन्होने कहा कि शहर को आकर्षक एवं सुन्दर बनाने के लिए प्रयास करना सुनिश्चित करें। रात्रि में शहर अच्छा/सुन्दर दिखे, इसके लिए आवश्यकतानुसार लाईटिंग कराए। इसी प्रकार उन्होने दुर्घटना संभावित स्थलों, चौराहों के चौड़ीकरण एवं व्यवस्थित करने के सुझाव दिए गए। बैठक में फ्लाई ओव्हर के निर्माण कार्य को तीव्र गति से कराने, ट्रैफिक सिस्टम लगाने, शहर की चौराहो में लगी मूर्तियों को अन्यत्र स्थापित करने, ट्रांसपोर्ट नगर की सड़क में सुधार कराने संबंधी विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई।