आखिरकार लड़ाकू विमान राफेल जेट्स भारतीय वायुसेना में शामिल हो ही गया हैं। गुरुवार को हरियाणा के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर औपचारिक समारोह में इन विमानों को वायुसेना के बेडे़ में शामिल कर लिया गया एचएआई ।
रक्षामंत्री ने कहा कि राफेल भारत के लिए गेमचेंजर होगा. उन्होंने कहा कि राफेल का इंडक्शन भातीय वायुसेना के लिए मील का पत्थर साबित होगा. उन्होंने कहा कि भारत आजादी, समानता और भाईचारे के प्रति प्रतिबद्ध है.
राफेल को बेड़े में शामिल करने से पहले यहां इसकी पारंपरिक ‘सर्वधर्म पूजा’ की गई. इस दौरान राफेल को वॉटर कैनन से सलामी दी गई, जिसके बाद राफेल और तेजस विमानों ने हवाई उड़ान भरी.
आखिरकार भारत के नए-नवेले विदेश निर्मित लड़ाकू विमान राफेल जेट्स को आज आधिकारिक तौर पर भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया गया है. फ्रांस के साथ 36 राफेल विमानों को लेकर हुई डील में से पहले पांच विमान जुलाई में भारत आ चुके हैं. गुरुवार को राफेल के इंडक्शन में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और उनकी फ्रेंच समकक्ष फ्लोरेंस पार्ली मौजूद रहे. यहां पर राफेल की बकायदा सर्वधर्म पूजा की गई. राफेल को वॉटर कैनन से सलामी दी गई. बता दें कि राफेल को वायुसेना की 17वीं स्क्वॉड्रन में शामिल किया गया है, जिसे Golden Arrows भी कहते हैं. राफेल अपनी शक्ति और क्षमता में तो बढ़-चढ़कर आगे है ही, ये विमान इसलिए भी खास हैं क्योंकि 18 सालों बाद भारतीय वायुसेना में विदेशी लड़ाकू विमान शामिल हुआ है।